Computer Science
October 29, 2023
Grandfather Late Shri Mathura Lal Bhagat Ji
12 Lessons || 50 Students
मेरे दादा मथुरा लाल भगत जी का आशीर्वाद सदैव मेरे साथ है। वह हमेशा कहते हैं कि दुआएं भी कमाएं धन कमाना जितना ज़रूरी है उतना ही उस धन से शारीरिक सुख-सुविधाएं खरीदना भी। लेकिन धन केवल एक मुद्रा नहीं है, बल्कि यह एक ऊर्जा है। ईमानदारी से कमाया गया धन, दूसरों को शांति और खुशी देने के बाद आता है जिससे घर में खुशियां आती हैं। लेकिन धन अब एक ऐसी वस्तु बन गया है जिससे लोग संतुष्ट नहीं हो पाते। क्या आपने कभी सोचा है कि जितना धन आपके पास है, उससे अधिक पाने की चाह क्यों होती है? क्या आप किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं जिसने ज्यादा धन कमाने के लिए अपनी नैतिकता से समझौता किया हो? धन केवल दिखाई देने वाली मुद्रा नहीं है, बल्कि इसमें अदृश्य ऊर्जा भी होती है जो यह दर्शाती है कि हमने उसे कैसे कमाया है! जिसमें हमारी मंशा, विचार, विश्वास, व्यवहार और नैतिकता भी शामिल होती है। अगर यह ऊर्जा पवित्र और सकारात्मक है, तो हम सिर्फ धन ही नहीं, बल्कि शांति, खुशी और प्रेम की ऊर्जा भी घर लाते हैं। जब ऐसी पवित्र ऊर्जा वाला धन परिवार की जरूरतों और आराम के लिए खर्च होता है, तो उसमें सबकी भलाई छिपी होती है। सिर्फ यही मायने नहीं रखता कि हम कितना धन कमाते हैं, बल्कि यह भी उतना ही अधिक महत्वपूर्ण है कि हम उसे कैसे कमाते हैं? हमें अपने विचारों और शब्दों में ईमानदार, साफ-सुथरा और प्रामाणिक होना चाहिए। लोगों को सहयोग देना चाहिए, अपने मूल्यों को जीना चाहिए और हर किसी से आशीर्वाद और दुआएं प्राप्त करनी चाहिए। हमें ये सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे द्वारा कमाया हुआ धन किसी के भी दर्द, असंतोष या असुविधा का कारण न हो। धन कमाने के तरीकों के लिए, अपने खुद के सिद्धांत और नैतिकताएं बनाएं और उनसे कभी भी समझौता न करें। इसके लिए, हर सुबह स्वयं को याद दिलाएं कि- मैं एक पवित्र आत्मा हूँ। जो भी कार्य आप करें उसमें ईमानदारी और सच्चाई बरतें। अपने कार्यस्थल पर शुद्ध ऊर्जा रेडिएट करें। घर या किसी भी कार्यस्थल पर; आपके विचार, शब्द और व्यवहार ही आपके जीवन में आशीर्वाद और दुआएं लाते हैं। बेहतर संबंध बनाएं। समझें कि सफल होने के लिए आपको धन के साथ-साथ आशीर्वाद और दुआएं कमाने की भी ज़रूरत है। अपना काम समय पर और कुशलता से पूरा करें। अपने सहयोगियों की मदद करें और हर एक को सहयोग दें, दुआएं दें और दुआएं प्राप्त करें। अपने समर्पण भाव और अच्छे प्रदर्शन से सब को खुशी दें। सुनिश्चित करें कि, आप जो धन कमाते हैं, उसमें आपके साथ काम करने वाले लोग, आपके वरिष्ठ, सहयोगी और ग्राहक सभी संतुष्ट हों। जब आप घर लौटें, तो सिर्फ धन ही नहीं, बल्कि आशीर्वाद और दुआएं भी लेकर आएं। शुद्ध एनर्जी से कमाए गए धन से ख़रीदा गया भोजन, समान आदि सब उच्च आवृत्ति पर कंपन करते हैं। ऐसे धन से मिला आशीर्वाद आपको अच्छा स्वास्थ्य, खुशी, सामंजस्य और जीवन में सफलता दिलाता है।